tripura me ghumne ki jagah top 5 – travel guide by raju meena

tripura me ghumne ki jagah – त्रिपुरा भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थित एक छोटा लेकिन बहुत खूबसूरत राज्य है त्रिपुरा की सीमा बांग्लादेश से लगती है जो उसकी तीन तरफ है उत्तर पश्चिम और दक्षिण में जबकि पूर्व में असम में जुड़ा है  त्रिपुरा का क्षेत्रफल लगभग 10000 किलोमीटर का है त्रिपुरा की राजधानी जो इस राज्य का सबसे बड़ा शहर है और सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र भी है त्रिपुरा का इतिहास बहुत पुराण है यहां माणिक्य वंश ने लंबे समय तक शासन किया है 1949 में त्रिपुरा में भारतीय संघ का हिस्सा बना यहां की संस्कृति में बंगाली और आदिवासी परंपराओं का मिश्रण देखने को मिलता है जनसंख्या और संस्कृति त्रिपुरा में कई समुदाय के लोग रहते हैं जिनमें बंगाली त्रिपुरारी रियांग चकमा और अन्य आदिवासी शामिल है यहां की मुख्य भाषण बंगाली और  त्रिपुरा की संस्कृति में आपको डांस और संगीत देखने को मिलता है त्रिपुरा आदिवासियों पहाड़ियों झीलों के लिए जाना जाता है त्रिपुरा की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि बागवानी और हाथ से बनी चीजों पर आधारित है जहां चाय की खेती प्रमुख है त्रिपुरा में घूमने के लिए काफी सारी जगह है अगर आप घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आप हमारे इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़ सकते हैं क्योंकि हम हमारे इस आर्टिकल में आपको tripura me ghumne ki jagah के बारे में विस्तार से बताएंगे

1. नीरमहल – tripura me ghumne ki jagah

नीरमहल भारत के त्रिपुरा राज्य में स्थित एक महल है यह भक्ति सागर झील के बीच में बना हुआ है और इसकी खूबसूरती और कला के कारण इसे पूर्व का जल महल भी कहा जाता है नीरमहल का निर्माण त्रिपुरा के महाराजा वीर विक्रम मानिक बहादुर ने सन 1930 में शुरू करवाया था और 8 साल के बाद या 1938 में पूरा हुआ यह भारत के कुछ गिने चुने जल महलों में से एक है यह तक पहुंचाने के लिए आपको नाव की सवारी करनी पड़ती है जो टूरिस्ट के लिए आकर्षण है यहां हर साल निर्मल जल उत्सव आयोजित किया जाता है जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है अगर आप त्रिपुरा घूमने के लिए जा रहे हैं तो आपको नीरमहल घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए

2. उन्नकोटि – tripura me ghumne ki jagah

त्रिपुरा राज्य का एक प्रमुख धार्मिक स्थान उन्नकोटि जो अपनी विशाल शिलाचित्रों (रॉक कटिंग्स) और मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है यह स्थान भारत के सबसे बेस्ट  और काम पॉपुलर स्थलों में से एक माना जाता है कोटि का मतलब होता है एक करोड़ से कम यह जगह मुख्ता भगवान शिव हिंदू देवी देवताओं की विशाल कलाकृतियों के लिए प्रसिद्ध है इसके लिए काफी सारी लोक कथाएं प्रसिद्ध देश में है कि एक बार भगवान शिव अपने एक करोड़ गाडो के साथ काशी जा रहे थे उन्होंने सभी से कहा कि वह सुबह सूर्य उदय से पहले उठ जाये लेकिन केवल शिव ही उठ सके और सब सोते रहे शिव ने सबको शिरआप देकर पत्थर बना दिया और अकेले कशी चले गए यहां पर आपको शिव जी का विशाल चित्र देखने को मिलता है जो काल भैरव का है लगभग 30 फीट ऊंचा है अगर आप त्रिपुरा जा रहे हैं तो आपको यह जगह घूमने के लिए भी जरूर जानी चाहिए

3. त्रिपुरा सुंदरी मंदिर – tripura me ghumne ki jagah

त्रिपुरा सुंदरी मंदिर त्रिपुरा राज्य का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है और भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है इसे स्थानीय लोग मतावादी के नाम से जानते हैं यह स्थान त्रिपुरा राज्य के गोमती जिला में स्थित है यहां पर आपको माता त्रिपुरा सुंदरी  यानी जो भी दुर्गा का एक रूप देखने को मिलता है इसका निर्माण 1521 में हुआ था यह मंदिर पहाड़ी पर बने कछुए के आकार के मंच पर स्थित है जिसे कुलफिट कहा जाता है यह हिंदू वस्त्र कला में अत्यंत सम्मान मन जाता है मुख्य गर्भ ग्रह में मां काली की काली पत्थर की मूर्ति है जैसे त्रिपुरा सुंदरी के रूप में पूजा जाता है पास ही एक छोटा सा तालाब है जिसे कल्याण सागर कहते हैं जिसमें बड़ी संख्या में कछुआ और मछली पाई जाती हैं कहा जाता है  अगर आप त्रिपुरा घूमने के लिए जा रहे हैं तो आपको यह जगह घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए

4. चबिमुरा – tripura me ghumne ki jagah

चबिमुरा त्रिपुरा राज्य के गौमती जिले में स्थित एक खूबसूरत टूरिस्ट प्लेस है यह स्थान गोमती नदी के किनारे स्थित है और अपनी प्राचीन चित्रों के लिए प्रसिद्ध है इसे शीला चित्रों का योग भी कहा जाता है क्योंकि चबिमुरा के किला का निर्माण 15 में से 16वीं शताब्दी में हुआ था यहां भगवान विष्णु शिव कार्तिकेय गणेश और बहुत सारे देवी देवताओं की मूर्तियां आप चट्टानों पर बनी हुई है सभी कुल 37 मूर्तियां हैं जो गोमती के किनारे पर खड़ी चट्टानों पर उकेरे गए हैं अगर आप त्रिपुरा घूमने के लिए जा रहे हैं तो आपको यह जगह घूमने के लिए भी जरूर जानी चाहिए यह काफी खूबसूरत जगह है और इसे घूमने के लिए प्रति वर्ष लाखों की संख्या में टूरिस्ट आते हैं

5. कमलसागर झील – tripura me ghumne ki jagah

कमल सागर झील त्रिपुरा राज्य के पश्चिम में भाग में स्थित एक ऐतिहासिक और सुंदर झील है यह झील भारत बांग्लादेश सीमा के पास स्थित है और अपने शांत वातावरण और प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है यह झील त्रिपुरा में स्थित है और अगरतला से लगभग 27 किलोमीटर दूर है यहां से बांग्लादेश की सीमा बिल्कुल लगी हुई है और 15वीं शताब्दी में महाराज मडिकराव  द्वारा निर्मित किया एक मानव निर्मित झील है इसका पानी स्वच्छ और शांत है यह झील कमल के फूल जैसा आकार दिए हुए हैं इसलिए इसका नाम कमल सागर पड़ा है काली मंदिर झील के किनारे स्थित है मंदिर मां काली का है  जिसकी प्रतिमा को कमला देवी कहा जाता है मंदिर की मूर्ति काली के साथ दुर्गा के लक्षणों को भी दर्शाती है जो विशिष्ट बनाती है यह एक पिकनिक स्पॉट है और बड़ी संख्या में लोग यहां पर पिकनिक मनाने के लिए आते हैं अगर आप त्रिपुरा जा रहे हैं तो आपको यह जगह घूमने के लिए भी जरूर जाना चाहिए

त्रिपुरा घूमने के लिए कब जाएं – tripura me ghumne ki jagah

त्रिपुरा घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता है इस दौरान मौसम ठंडा सुहाना और यात्रा करने के लिए बहुत अनुकूल होता है अक्टूबर से मार्च के बीच तापमान 10 से 25 डिग्री सेल्सियस होता है यहां पर मौसम ठंडा  होता है आप सभी जगह पर आराम से घूम सकते हैं अप्रैल से जून तापमान 25 से 35 डिग्री रहता है और गर्मी और उमस रहती है इसीलिए आपको इस समय जाने से बचना चाहिए जुलाई से सितंबर भारी वर्षा होती है और चारों तरफ हरा भरा माहौल होता है आप उस समय घूमने के लिए जा सकते हैं

निष्कर्ष – tripura me ghumne ki jagah

दोस्तों हमने हमारे इस आर्टिकल में आपको त्रिपुरा में घूमने के बारे में बताया है त्रिपुरा  कैसा राज्य है  त्रिपुरा में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह है और हमें त्रिपुरा  घूमने के लिए कब जाना चाहिए अगर आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल अच्छा लगता है और इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको समझ आ गया है कि हम त्रिपुरा घूमने के लिए कब जा सकते हैं तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल tripura me ghumne ki jagah कैसा लगा धन्यवाद

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